मोक्ष की ओर बढ़ें | Moksh

मोक्ष की ओर बढ़ें! ( Moksh ki ore badhen )   हे ! उसकी कृपा बरसे, दुनिया सदा हरषे। आकर के जग में, प्रभु की शरण में, मोक्ष की ओर बढ़ें। हे! उसकी कृपा बरसे, दुनिया सदा हरषे। साँसों के तारों से, जीवन की धारों से, मिलके जहां से चलें । हे ! उसकी कृपा … Continue reading मोक्ष की ओर बढ़ें | Moksh