मुलाक़ात लिखना | Mulaqaat Likhna
मुलाक़ात लिखना ( Mulaqaat likhna ) रही कैसी अपनी मुलाक़ात लिखना जो तुम कह न पाये वो जज़्बात लिखना मनाना है कैसे नया साल मोहसिन इशारे में अपने ख़यालात लिखना जुदाई में मेरी अकेले में दिलबर जो आँखों से होती है बरसात लिखना नज़र में हैं मेरी तुम्हारे ही मंज़र किये ऐसे कैसे तिलिस्मात … Continue reading मुलाक़ात लिखना | Mulaqaat Likhna
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