नवरात्रि पर्व ( अश्विन ) चतुर्थ दिवस

नवरात्रि पर्व ( अश्विन ) चतुर्थ दिवस भुवाल माता तार दो तार दो हमको , माता तार दो ।राग – द्वेष का पर्दा हमारे नयनों के आगे छाया ।भव भ्रमण की ठोकरें खाकर भी हम सम्भल नहीं पाये ।भुवाल माता तार दो तार दो हमको , माता तार दो ।संसार में घूम घूम कर देखा … Continue reading नवरात्रि पर्व ( अश्विन ) चतुर्थ दिवस