ओढ़े पीली ओढ़नी धरा हरसाई | Odhe Pili Odhni
ओढ़े पीली ओढ़नी धरा हरसाई ( Odhe pili odhni dhara harasaee ) धरती ओडी पीली ओढ़नी, सरसों भी लहराई है। मस्त पवन की चली बहारें, धरा खूब हरसाई है। धरा खूब हरसाई है लहलहाते खेत झूमते, कलियां भी मुस्काती है। हरी भरी केसर क्यारी, वादियां मंगल गाती है। वृक्ष लताएं मौज मनाएं, घर में … Continue reading ओढ़े पीली ओढ़नी धरा हरसाई | Odhe Pili Odhni
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