ओ इंसान | Oye Insaan

ओ इंसान ( Oye Insaan ) ओ इंसान ,हर जगह छोड़,अपनी अच्छाई के निशान ।और अपनी, सच्चाई के निशान ।बस इसी में लगा , तू अपनी जान ।पहले बन , अच्छा इंसान ।फ़िर गुणवान, और चरित्रवान ।लोग करें , तेरा गुणगान ।कर तू कुछ , ऐसा मेरी जान ।बना अलग ,अपनी पहचान ।करें सब तुझपर, … Continue reading ओ इंसान | Oye Insaan