पालक | Paalak

पालक ( Paalak )   जीवित रहना तो उम्र गुजारना है आपके जीवन का निष्कर्ष तो कर्म और व्यवहार से ही प्रतिपादित होता है….. ऊंचा आसन या प्रतिष्ठित कुल मे बनाम लेना आपके प्रारब्ध का फल है हो रहा क्षीण जो पल प्रति पल भविष्य निर्णय तो वर्तमान की नींव पर ही होता है…. किसी … Continue reading पालक | Paalak