पापा है आधार !!

पापा है आधार !! हम कच्चे से है घड़े, और पिता कुम्हार ! ठोक पीट जो डांट से, हमको दे आकार !! सिर पे ठंडी छाँव-सा, पिता नीम का पेड़ ! कड़वा लगता है मगर, है जीवन की मेड़ !! पाई-पाई जोड़ता, पिता यहाँ दिन रात ! देता हैं औलाद को, खुशियों की सौगात !! … Continue reading पापा है आधार !!