फूल और कांटे | Phool aur kaante | Kavita

फूल और कांटे ( Phool aur kaante )   सदा रहो मुस्काते राही नित पथ में बढ़ते जाना बाधाओं का काम रोकना निरंतर चलते जाना   फूल और कांटे जीवन में सुख दुख आते जाते संघर्षों में पलने वाले सौरभ भरकर मुस्काते   पुष्प की सुंदरता को हम दूर से निहारा करते कांटो से सुरक्षा … Continue reading फूल और कांटे | Phool aur kaante | Kavita