फूल तो ज़िन्दगी में खिला ही नहीं

फूल तो ज़िन्दगी में खिला ही नहीं फूल तो ज़िन्दगी में खिला ही नहींकोई अपना तो जग में हुआ ही नहीं आज वो भी सज़ा दे रहें हैं मुझेजिनसे अपना कोई वास्ता ही नहीं मैं करूँ भी गिला तो करूँ किसलिएकोई अपना मुझे तो मिला ही नहीं जिनसे करनी थी कल हमको बातें बहुतउसने लम्हा … Continue reading फूल तो ज़िन्दगी में खिला ही नहीं