चंद्रयान तीन | Poem in Hindi on Chandrayaan 3

चांद पर भारत ( Chand par Bharat )   चांद की धरती पर ,भारत ने पांव पसार लिया ब्रम्हांड के नवयुग मे,खुद को संवार लिया विश्व की नजरें गड़ी ,भारत की वैज्ञानिकता पर करते थे उपहास जो,गिर गए अपनी ही निजता पर रुआब नही अभिमान नहीं,यही भारतीय सभ्यता लेकर साथ चलने की ,यही है कार्तव्यता … Continue reading चंद्रयान तीन | Poem in Hindi on Chandrayaan 3