प्रश्नों के घेरे में | Prashno ke Ghere Mein

प्रश्नों के घेरे में ( Prashno ke Ghere Mein )   हम खड़े हैं प्रश्नों के घेरे में  उत्तर की प्रतीक्षा लिए कुछ के लापता है कुछ अस्पष्ट कुछ संदिग्ध हैं कुछ खामोश  कुछ गर्भ में हैं कुछ मर्म में  कुछ के उत्तर होकर भी वह उत्तर नहीं है  प्रश्न भी कुछ सार्थक हैं कुछ निरर्थक … Continue reading प्रश्नों के घेरे में | Prashno ke Ghere Mein