Hindi Kavita On Life -प्रतिघात

प्रतिघात ( Pratighaat )   लिख दिया मस्तक पटल पर, वाद का प्रतिवाद होगा। बन्द  दरवाजे  के  पीछे, अब  ना  कुछ संवाद  होगा। जो भी कहना है  मुझे  कह लो, मगर ये  याद  रखना, शेर  के  शब्दों  में  भी  है, घात  का  प्रतिघात होगा।   रूग्ण  जीवन  अब  नही  है, मास  मे   मधुमास  होगा। सुन … Continue reading Hindi Kavita On Life -प्रतिघात