इबादत करना ( Ibadat karna ) भूल संसार गया रब की इबादत करना याद अब है इसे नफरत की तिजारत करना देख मासूम हसींं दिल की सदाये बोली जिंदगी सीख रही है यूँ मुहब्बत करना धूप कहती ही रही आज नहीं निकलो तुम बेसबब रोग को क्योंकर है यूँ दावत करना जिंदगी और ठिकाने … Continue reading इबादत करना | Ibadat Karna
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed