राजनीति व्यंग्य

राजनीति व्यंग्य इंड़ी फेल हुआ है तो क्याजनता में विश्वास जगाएँचलो नया दल एक बनाएँ राजनीति के मकड़जाल जाल सीअधरों पर मुस्कान लियेमफ़लर स्वैटर टोपी चप्पलकंगालों सी शान लियेलोगों के काँधे चढ़ जाएँ किस को याद रहा है कब-कबकिस ने किस-किस को लूटाकब फ़िर धोती चप्पल वालापहन लिया सूटा-बूटाजनमानस को फ़िर उलझाएँ गुमनामी में बीता … Continue reading राजनीति व्यंग्य