रामनवमी का त्योहार रामनवमीअसहयोगजो व्यक्ति अकेलाप्रभु भक्ति में रतरहकर जीवनजीना जानता हैं ,वह स्वयं मेंआनंद कोखोज लेता हैं ;उसे प्रभु श्री रामकी तरह असंयममें असहयोगकरने में कोईकठिनाई नहींहोती हैं ।क्योंकि उसकेमन में कोईचाह नहीं हैं ,आकांक्षा नहीं हैं ,वह स्वयं आत्मामें संतुष्ट हैं ।जो सन्तुष्टहै वह प्रभु श्रीराम की तरहकर सकता हैअसहयोग । प्रदीप छाजेड़( … Continue reading रामनवमी का त्योहार
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed