Ghazal | रिश्ता प्यार का जोड़ना चाहता हूँ

रिश्ता प्यार का जोड़ना चाहता हूँ ( Rishta Pyar Ka Jodna Chahta Hoon )   रिश्ता प्यार का  जोड़ना चाहता हूँ! दीवारें नफ़रतें  तोड़ना चाहता हूँ   मिली है किसी दर से ही बेदिली है अब यें शहर मैं छोड़ना चाहता हूँ   ख़फ़ा होते है लोग मुझसे यहां कुछ यहां सच जब भी बोलना … Continue reading Ghazal | रिश्ता प्यार का जोड़ना चाहता हूँ