मेरी ज़िन्दगी में थी ऐसी हसीना | Romantic Nazm in Hindi

मेरी ज़िन्दगी में थी ऐसी हसीना ( Meri zindagi mein thi aisi haseena )    वो आँखों पे ज़ल्फ़ों के पहरे बिठाये कभी ख़ुद हँसे औ’र मुझे भी हँसाये मेरे गीत अपने लबों पर सजाये कभी दिन ढले भी मेरे घर में आये लगे जेठ सावन का जैसे महीना ।। मेरी ज़िन्दगी में —— कभी … Continue reading मेरी ज़िन्दगी में थी ऐसी हसीना | Romantic Nazm in Hindi