सफ़र ( Safar ) कितना लंबा है; कोई नही जानता! कब बदलाव होना है; किसी को पता नहीं चलता! सफ़र बस ये चलता रहता है; शायद ये भी कोशिश! हां बस कोशिश ही कर पाता है; दूर से उस रोशनी को पाने की! हां जो उसके सफ़र को लोगों से अलग बनाती है। जो हां … Continue reading सफ़र | Safar
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed