सामाजिक चिंतन | Samajik Chintan

सामाजिक चिंतन ( Samajik chintan )    सामाजिक चिंतन, यथार्थ से आदर्श की ओर जननी जन्म भूमि गौ माता, अंध भौतिक युग शिकार । बढते वृद्धाश्रम भू विदोहन अवारा गायें, संकेत अनैतिक जीवन विकार । उपर्युक्त त्रि दैवीय मातृ आभा, फिर वंदन समग्र प्रयास पुरजोर । सामाजिक चिंतन, यथार्थ से आदर्श की ओर ।। वासनमय … Continue reading सामाजिक चिंतन | Samajik Chintan