संजय जैन की कविताएं | Sanjay Jain Poetry

पति की आयु का व्रत दर्द सहने की अबआदत सी हो गई है।प्यार किया है तोइसे सहना पड़ेगा।कांटो पर चलकरमोहब्बत को पाना पड़ेगा।बीत जायेंगे दुखभरे दिनकांटो पर चलचल कर।और मोहब्बत करने वाली कोसमाने आना पड़ेगा।। जब प्रेमी प्रेमिका थेतब की बात अगल थी।जिंदगी जीने का तबकाअंदाज भी अलग था।अब पति पत्नी बनकरदम्पतिक जीवन जी रहे … Continue reading संजय जैन की कविताएं | Sanjay Jain Poetry