आन बान है आँखें | Shayari on aankhen

आन बान है आँखें ( Aan baan hai aankhen )     देखती  आन बान है आँखें इश्क़  की वो ज़ुबान है आँखें !   किस तरह से उसे दिखा दूँ घर वो बड़ी बदगुमान है आँखें   दुश्मन कश्मीर ले नहीं सकता सरहद की निगेहबान है आँखें   आरजू है यही हंसी देखूँ जो … Continue reading आन बान है आँखें | Shayari on aankhen