तिलक ब्रिज के कैक्टस ( Tilak Bridge Ke Cactus ) साहित्यकार रचना लिख कर केवल रचना दान में पटक कर रखे तो किसी को आपत्ति नही होती है पर रचना लिख कर गरम मेल की तरह वलात कानों में पकड कर उढ़ेले तो हत्या या आत्मा करने को मन होता है। पर जब दोनो नही … Continue reading तिलक ब्रिज के कैक्टस | Vyang
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