तुम्हे रुलाने आया हूँ | Marmik kavita
तुम्हे रुलाने आया हूँ ( Tumhe rulane aya hun ) हंसने वालो सुनो जरा तुम तुम्हे रुलाने आया हूँ। अश्कों की बरसातों मे आज तुम्हे नहलाने आया हूँ।। जिसको सुनकर झुम उठो तुम ऐसा न संगीत मेरा। अन्तर्मन तक कांप उठेगा दर्द भरा सुन गीत मेरा।। न चाहिये कोई ताली मुझको न अभिनंदन चाहता … Continue reading तुम्हे रुलाने आया हूँ | Marmik kavita
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