वह अकेला ( Vah akela ) किसी को गम है अकेलेपन का कोइ भीड़ मे भी है अकेला कोई चला था भीड़ ले साथ मे रह गया बुढ़ापे मे भी अकेला रहे सब साथ उसके पर ,रहा न कोई साथ उसके रहकर भी साथ सबके रह गया वह अकेला उम्र घटती रही ,सफर कटता … Continue reading वह अकेला | Vah akela
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