Romantic Ghazal | Ghazal -वो गली में ही जो लड़की ख़ूबसूरत है बहुत
वो गली में ही जो लड़की ख़ूबसूरत है बहुत ( Wo Gali Mein Hi Jo Ladki Khoobsurat Hai Bahut ) वो गली में ही जो लड़की ख़ूबसूरत है बहुत हो गयी उससे मुझे आज़म मुहब्बत है बहुत फ़ूल देता हूँ मुहब्बत का उसे जब भी मैं तो देखता हर बात में मुझको … Continue reading Romantic Ghazal | Ghazal -वो गली में ही जो लड़की ख़ूबसूरत है बहुत
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