वो याद आ रहा ए यार ख़ूब है | Ghazal wo Yaad aa Raha

वो याद आ रहा ए यार ख़ूब है ( Wo Yaad Aa Raha E Yar Khoob Hai )     वो  याद  आ रहा ए यार  ख़ूब है जो दूर हो गया आज़म महबूब है   वो आज ग़ैर मुझको ही बना गया दी प्यार में वफ़ायें जिसको ख़ूब है   गुल रोज़ भेजता था … Continue reading वो याद आ रहा ए यार ख़ूब है | Ghazal wo Yaad aa Raha