आखिर क्यों ( Aakhir Kyon ) युगों से उठ रही थी आँधियाँ न जाने क्यूं ओले बरसै क्यूं तूफानों ने किया रुख मुझ पर, क्यूं, आखिर क्यों ? क्या ईश्वर को था मंजूर जो ले बैठा परीक्षा मेरी मैंने तो अपने मन-वचन से किया था सब वरण फिर मेरी साधना पर, प्रश्न चिन्ह आखिर … Continue reading आखिर क्यों | Aakhir Kyon
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