आप की परछाईं | Aap ki Parchhai

आप की परछाईं ( Aap ki Parchhai ) आप की परछाईं जब खुद आपसे डर जायेगीहै यक़ीं के यह भी तोहमत मेरे ही सर जायेगी मैं चिराग़ -ए- ज़िन्दगी हूँ मत छुओ मेरा बदनमैं अगरचे बुझ गया तो रोशनी मर जायेगी मेरी तस्वीर – ए- वफ़ा मत टाँगिये दीवार परयह किसी की आँख में पैदा … Continue reading आप की परछाईं | Aap ki Parchhai