अच्युतम केशव वंदन | Achyutam Keshav Vandan

अच्युतम केशव वंदन ( Achyutam Keshav Vandan )    अच्युतम केशव वंदन से,अंतर्मन नेह सलिल धार श्री मंगल इति श्री शुभ, रग रग अलौकिक उजास । छवि अनूप मनमोहनी, रज रज मृदुल सुहास । अनुभूति संग अभिव्यक्ति, शब्द अर्थ आनंद अपार । अच्युतम केशव वंदन से,अंतर्मन नेह सलिल धार ।। पावनता अंतर्संबंध रमन, अपनत्व सरित … Continue reading अच्युतम केशव वंदन | Achyutam Keshav Vandan