ऐ चीन ! तुझे न छोड़ेंगे | China par kavita

ऐ चीन ! तुझे न छोड़ेंगे ***** बदला लेंगे हम, छोड़ेंगे न हम। भूले हैं न हम, भूलेंगे न हम। खायी है कसम, तोड़ेंगे गर्दन। करेंगे मानमर्दन , प्रतिशोध लेंगे हम। याद है ! बात उस रात की, छिपकर किए घात की। गलवान घाटी की ! आदत ही है तुम्हारी जाति की। गीदड़ सा करते … Continue reading ऐ चीन ! तुझे न छोड़ेंगे | China par kavita