आना किसी दिन | Aana kisi din | love poetry in Hindi
आना किसी दिन ( Aana kisi din ) किसी दिन आना और पास आकर दिल से पूछना… कि दोस्त……. क्या रंज है तुम्हें…..? नाराज़ हो क्या….? किस बात से ख़फ़ा हो…..? मुझसे रुसवा क्यूँ हो…….? अब तुम दूर से पूछोगे तो सब ख़रीयत ही बताएँगे न……. सब सकुशल ही कहेंगे न……… अब दूर से … Continue reading आना किसी दिन | Aana kisi din | love poetry in Hindi
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