कहते है जिसने जीवन में अनेकांतवाद को सही से अपना लिया उसने जीवन में सुखो की राह को खोल लिया। उत्कृष्ट चिन्तक और विचारक, दार्शनिक,लेखक, उच्च कोटि के ध्यान तपस्वी आदि अहिंसा व अनेकांतवाद के अथक पुजारी होते है तभी तो वे परम दार्शनिक महामनस्वी कहलाते है। वैचारिक मतभेदों, उलझनों, झगड़ो आदि से बचने के … Continue reading अनेकांतवाद | Anekantavada
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed