अपना प्यारा गांव | Apna Pyara Gaon

अपना प्यारा गांव ( Apna Pyara Gaon )   जिस माटी पर पड़ा कभी अपने पुरखों का पांव है। महानगर से लगता मुझको अपना प्यारा गांव है। घर चौबारा आंगन देहरी चौरा छप्पर छानी। जाने कितने सुखों दुखों की कहते नित्य कहानी। पर्वों त्योहारों पर कितनी हलचल हुई यहां पर, बचपन हुआ जवान यहां का … Continue reading अपना प्यारा गांव | Apna Pyara Gaon