आशना होता | Ashna Hota

आशना होता ( Ashna hota )    अगर मेरी हक़ीक़त से ज़रा भी आशना होता यक़ीनन तू भी मेरे रंग ही में ढल गया होता लुटा देता मैं अपनी ज़िन्दगी की हर ख़ुशी तुझ पर मुहब्बत से मुझे अपना कभी तो कह दिया होता ग़ुरूर-ओ-नाज़ नखरे गर दिखाना छोड़ देते तुम हमारे प्यार का आलम … Continue reading आशना होता | Ashna Hota