जिंदगी का सफरनामा ( एक शिक्षक की आत्मकथा )

भाग : 1 मैं बचपन से अंत: प्रवृति का व्यक्ति रहा हूं। जिसने बोल दिया तो बोल दिया मैं तो चुप रहना मैं ज्यादा धमाचौकड़ी भी नहीं करता था। हां लेकिन जब मुझे कोई परेशान करता था तो मैं उसकी धुनाई करने से भी बाज नहीं आता था । गांव में उस समय तक एक … Continue reading जिंदगी का सफरनामा ( एक शिक्षक की आत्मकथा )