ऐ दीप दिवाली के | Aye Deep Diwali ke

ऐ दीप दिवाली के ( Aye deep diwali ke )   ऐ दीप दिवाली के तुम एक बार फिर आओ, जग में फैले अज्ञानता के अंधकार को मिटाओ, प्रेम-एकता-बंधुत्व से सबको रहना सिखाओ, अभिमान-द्वेष-अहं सबके दिलों से मिटाओ । ऐ दीप दिवाली के तुम एक बार फिर आओ । भक्ति-श्रद्धा का चाँद गुम हो गया … Continue reading ऐ दीप दिवाली के | Aye Deep Diwali ke