बादल ( Badal ) सांसों की हाला पिलाएगा बादल, उजड़ी दुनिया बसाएगा बादल। स्वागत करेगी प्यासी ये धरती, प्रलय बाढ़ साथ में लाएगा बादल। सूख गई है जो जीवन की डाली, हरी- भरी धरा बनाएगा बादल। अमराई जागेगी बागों में फिर से, अधरों की प्यास बुझाएगा बादल। पट जाएगी फिर ऋतुओं से धरती, डालों पे … Continue reading Badal Poem in Hindi | बादल
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