बाल दिवस | Bal Diwas ki Kavita

बाल दिवस ( Baal Diwas )    राष्ट्र धरा आह्लादित ,बाल मन सुरभि स्पंदन से हर्ष आनंद जीवन पर्याय, अंतर स्नेह अविरल धार । अपनत्व अथाह सींचन, उरस्थ स्वप्निल मूर्त आकार । मान सम्मान मर्यादा सीख, धर्म कर्म नैतिकता वंदन से । राष्ट्र धरा आह्लादित,बाल मन सुरभि स्पंदन से ।। अग्र कदम चाल ढाल बिंब, … Continue reading बाल दिवस | Bal Diwas ki Kavita