बनारस | Banaras par Kavita

बनारस ( Banaras )   (भाग -1)   भोले का दरबार बनारस, जीवन का है सार बनारस। विश्व मशहूर सुबह-ए-बनारस, देखो अस्सी घाट बनारस। संस्कृति का श्रृंगार बनारस, मुक्ति का है द्वार बनारस। होता है अध्यात्म का दर्शन, भक्ति का संसार बनारस। प्रथम सभ्यता का उद्गम, तीर्थों का है तीर्थ बनारस। है त्रिशूल पे टिकी काशी, … Continue reading बनारस | Banaras par Kavita