बापू का हिन्दुस्तान | व्यंग्य रचना

बापू का हिन्दुस्तान   गंदगी से व्याप्त एक गांव में एक मंत्री का था दौरा! उनका पी.ए वहां पहुंचा दौड़ा -दौड़ा! गांव के प्रशासन को कुंभकर्णी नींद से जगाया! और उन्हें —–और उन्हें मंत्रीजी के इसी आशय का एक पत्र पढ़कर सुनाया! मंत्रीजी के पत्र ने गांव के सुस्त प्रशासन को चुस्त बनाया! प्रशासन ने … Continue reading बापू का हिन्दुस्तान | व्यंग्य रचना