बारहमासी प्यार | Barahmasi Pyar

बारहमासी प्यार ( Barahmasi pyar )   कभी चैत्र- बैसाख की पवित्र गरिमा लिये कभी गर्म लू सी ज्येष्ठ- आषाढ़ की तपन लिये कभी सावन-भादों सी छमाछम पावस की बूंदें लिये कभी त्योहारों सी आश्विन-कार्तिक के मीठे नमकीन लिये कभी मार्गशीर्ष-पौष की कड़कड़ाती रातों की सर्दी लिये कभी माघ- फाल्गुन की रंगीन बहारों के रंग … Continue reading बारहमासी प्यार | Barahmasi Pyar