![Barahmasi Pyar Barahmasi Pyar](https://thesahitya.com/wp-content/uploads/2023/08/Barahmasi-Pyar-696x464.jpg)
बारहमासी प्यार
( Barahmasi pyar )
कभी चैत्र- बैसाख की पवित्र गरिमा लिये
कभी गर्म लू सी ज्येष्ठ- आषाढ़ की तपन लिये
कभी सावन-भादों सी छमाछम पावस की बूंदें लिये
कभी त्योहारों सी आश्विन-कार्तिक के मीठे नमकीन लिये
कभी मार्गशीर्ष-पौष की कड़कड़ाती रातों की सर्दी लिये
कभी माघ- फाल्गुन की रंगीन बहारों के रंग औ’ खुश्बू लिये
लगती मुझे तेरी हर बात , हर गुफ्तगू
और हर लफ्ज़ कहकशां की सी चमक लिये हुये
लेखिका :- Suneet Sood Grover
अमृतसर ( पंजाब )