बेटी मां की परछाई | Beti Maa ki Parchai
बेटी मां की परछाई ( Beti maa ki parchai ) मां की तरह, मीठी मीठी बातें करती। घर आंगन महका देती, नन्हे नन्हे हाथों से, ला रोटी पकड़ा देती। एक रोज जो साड़ी पहनी, मां जैसी वो लगने लगी, सच कहूं तो बिटिया मेरी, अपनी मां की परछाई है। कुछ मन का न हो … Continue reading बेटी मां की परछाई | Beti Maa ki Parchai
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed