चाहता हूँ भूलना | Bhulna shayari in Hindi

चाहता हूँ भूलना ( Chahta hoon bhulna )     तल्ख़ लहज़े में बहुत की बात है ? वो दुखा मेरे गया जज़्बात है   चाहता हूँ भूलना  जिसको सदा ख़्वाब से उसकी भरी हर रात है   ज़ख्म उल्फ़त में दग़ा के दे  गया कर गया  कब फूलों की बरसात है   साथ देने … Continue reading चाहता हूँ भूलना | Bhulna shayari in Hindi