बुढ़ के फरियाद | Budh ke Fariyad

बुढ़ के फरियाद ( Budh ke Fariyad ) मंदिर गईनी , मसजिद गईनी , कईनि सगरो इयारी उहा केहू ना सुनलक त, अईनी रउआ दूआरी उम्र हमर ढल गइल बा, पाच गो भईली नारी बाकी एगो बच गईल बिया, बिया उ कुआरी बेटा हमर दुगो बा लोग, निकलल लोग फिरारी भइल बीयाह जब से तब … Continue reading बुढ़ के फरियाद | Budh ke Fariyad