दरख्त के शामियाने में जिन्दगी का सुकूँ ढूँढे

छाँवों से हटकर दरख्त न जाने क्या-क्या चीजें हमें प्रदान करते हैं लेकिन हमने इनकी अहमियत कभी नहीं समझी और जिस काम के लिए कुदरत इन्हें बनाई है हमारे लिए हम ठहरे लालची, उल्टे इन्हें दिन-रात काट रहे हैं, इनके साथ ये कितनी नाइंसाफ़ी है। ये बेचारे, चिलचिलाती धूप,घनघोर कुहरे, लू -लुआर से बचाकर हमें … Continue reading दरख्त के शामियाने में जिन्दगी का सुकूँ ढूँढे