देर तक प्यार की गुफ्तगू खूब की | Ghazal
देर तक प्यार की गुफ्तगू खूब की ( Der tak pyar ki guftagu khoob ki ) देर तक प्यार की गुफ़्तगू ख़ूब की उसने सूरत मेरे रू-ब-रू ख़ूब की ख़ा गया हूँ दग़ा उसकी इस बात से प्यार की उसने बातें शुरु ख़ूब की दोस्ती जब से तेरी मेरी हो गयी लोगों … Continue reading देर तक प्यार की गुफ्तगू खूब की | Ghazal
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