सौगंध मुझे है इस मिट्टी की | Desh prem ki kavita
सौगंध मुझे है इस मिट्टी की ( Saugandh mujhe hai is mitti ki ) सौगन्ध मुझे है इस मिट्टी-की कुछ ऐसा कर जाऊॅंगा, अपनें वतन की सुरक्षा में दुश्मनों को धूल-चटाऊॅंगा, नक्सली हों चाहें घुसपैठी इन सबको मार गिराऊॅंगा। ऑंधी आऍं चाहें तूफ़ान आऍं मैं चलता ही जाऊॅंगा।। साहस और ज़ुनून के … Continue reading सौगंध मुझे है इस मिट्टी की | Desh prem ki kavita
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