दिल के घावों को कहां लोग समझ पाते है | Sad Ghazal Shayari

दिल के घावों को कहां लोग समझ पाते है ( Dil ke ghav ko kahan log samajh pate hai )     दिल के घावों को कहां लोग समझ पाते है। देख के भी नज़र फेर चले जाते हैं।।   जख़्म देते हैं सभी आज ज़माने वाले। और समझे है के मरहम वो लगा जाते … Continue reading दिल के घावों को कहां लोग समझ पाते है | Sad Ghazal Shayari