Ghazal dard bhari | दिल नहीं लगता बिना उसके यहां
दिल नहीं लगता बिना उसके यहां ( Dil nahi lagta bina uske yahaan ) मिलनें को ही जब से गया उसके यहां! दिल नहीं लगता बिना उसके यहां चाय पीकर उसके घर आया हूँ मैं कब रखना मुझको सदा उसके यहां पास बैठे थे सभी उसके घर के हाल कैसे पूछता उसके … Continue reading Ghazal dard bhari | दिल नहीं लगता बिना उसके यहां
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed